बिलासपुर, चंबा, हमीरपुरहिमाचल
हिमाचलः अपने बयान के लिए तुरंत माफी मांगे कांग्रेस राष्ट्रीय प्रवक्ता अल्का लांबा- बलदेव तोमर
शिमला। बीजेपी के प्रवक्ता बलदेव तोमर ने कांग्रेस की राष्ट्रीय प्रवक्ता अल्का लांबा के उस बयान पर पलटवार किया है जिसमें उन्होंने कहा कि बीजेपी राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर हिमाचल में नशा भेजते हैं। इसके साथ ही बीजेपी प्रवक्ता ने नशे पर अंकुश लगाने में हिमाचल सरकार के नाकाम रहने के आरोप को भी महज लफ्फाजी बताया है। तोमर ने कहा कि कांग्रेस की राष्ट्रीय प्रवक्ता अल्का लांबा ने बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर पर हिमाचल में ड्रग्स भेजने के संगीन आरोप लगाए हैं। भाजपा प्रवक्ता ने अल्का लांबा को चेतावनी देते हुए कहा कि इस तरह के संगीन आरोप के लिए वो तुरंत माफी मांगें। ने कहा कि उन्हें सबसे पहले कांग्रेस शासित राज्यों विशेष तौर पर पंजाब की ओर देखना चाहिए। पंजाब में नशे से युवा पीढ़ी किस हद तक तबाह हो चुकी है ये बात किसी से छिपी नहीं। ये वही कांग्रेस शासित राज्य है जिसे लोग उड़ता पंजाब के नाम से संबोधित करते हैं। क्या अल्का लांबा ये कहना चाहती हैं कि पंजाब के मुख्यमंत्री की ओर से हिमाचल में नशा सप्लाई किया जाता है।
तोमर ने अल्का लांबा को बिन पेंदी का लोटा करार दिया। उन्होंने कहा कि उनके पास बोलने के लिए हिमाचल से संबंधित कोई मुद्दा नहीं था, इसलिए वो प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान इधर-उधर की बातें कर रहीं थी। अल्का लांबा केवल दिल्ली की गर्मी से राहत पाने के लिए हिमाचल आई हुई थीं और हिमाचल की वादियों से इतना मदहोश हो गईं कि बहकी-बहकी बातें करने लगीं। ऐसा उसलिए क्योंकि उन्हें अपने बयान में पद, गरिमा और कानून तक की फिक्र नहीं रही। उन्होंने कहा कि जयराम सरकार हिमाचल में नशे पर अंकुश लगाने के लिए बहु आयामी रणनीति अपनाकर राज्य को ‘ड्रग फ्री स्टेट’ बनाने लिए प्रतिबद्ध है। प्रदेश की सत्ता संभालते ही मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने पहल करते हुए हिमाचल के सभी पड़ोसी राज्यों को नशे के खिलाफ एकजुट किया था। इसके लिए साल 2019 में चंडीगढ़ में हरियाणा, पंजाब, उत्तराखंड, राजस्थान के मुख्यमंत्रियों और जम्मू कश्मीर, केंद्र शासित क्षेत्र चंडीगढ़ व दिल्ली के उच्चाधिकारियों के साथ इस मसले पर गहन चर्चा की थी।भाजपा प्रवक्ता बलदेव तोमर ने कहा कि जयराम सरकार पहली सरकार है जिसने उत्तर भारत के चार राज्यों के साथ मिलकर संयुक्त रणनीति बनाई। नशे की इस गंभीर समस्या से निपनटने के लिए स्पेशल टास्क फोर्स का भी गठन किया।