निजी विश्वविद्यालयों में भी शीघ्र खोले जाएं छात्रावास और लैब : ABVP
शिमला। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद हिमाचल प्रदेश के प्रतिनिधिमंडल ने शिमला स्थित निजी शिक्षण संस्थान के नियामक आयोग के चेयरमैन को छात्र मांगों को लेकर ज्ञापन सौंपा।
प्रांत सह मंत्री मोनिका राणा ने मीडिया को जानकारी देते हुए कहा कि महामारी के प्रभाव के कारण शिक्षा क्षेत्र में काफी नुकसान हुआ है। छात्र अनेकों समस्याओं से जूझ रहे हैं। अब धीरे धीरे परिस्थितियां सामान्य होने लगी हैं। उन्होंने कहा कि हिमाचल में भी अधिकांश शिक्षण संस्थान बंद हैं, जिस कारण सबसे ज्यादा नुकसान शोधार्थी छात्रों को भुगतना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि किसी भी देश के विकास के लिए और किसी भी आविष्कार के लिए शोध कार्य का होना जरूरी होता है। शोध के क्षेत्र में देश व प्रदेश को छात्रों को अच्छी सुविधा मुहैया करवानी चाहिए। लेकिन वर्तमान समय में परिस्थितियों ने विपरीत सूरत बनाई है जिस कारण छात्र असहाय हैं।
मोनिका ने कहा कि छात्रावास और लैब बंद होने के कारण छात्र शोध कार्य नहीं कर पा रहे हैं लैब और छात्रावास की सुविधा न मिलने से छात्र अपनी पीएचडी की डिग्री को एक साल के अधिक समय में पूरा करने में मजबूर हैं।
अनेकों विश्वविद्यालयों से छात्र लैब और छात्रावास खोलने की मांग कर रहे हैं जिसके मद्देनजर आज अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने नियामक आयोग के चेयरमैन को महामारी के सभी मापदंडों को ध्यान में रखते हुए कानून के दायरे को ध्यान में रखकर लैब और छात्रावास को खोलने की मांग रखी है।
नियामक आयोग के चेयरमैन अतुल कौशिक ने विद्यार्थी परिषद द्वारा छात्रहित में उजागर की गई मांग को सहमति दर्शाते हुए शीघ्र पूरा करने का आश्वासन दिया है। इस दौरान हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय इकाई अध्यक्ष विशाल सकलानी, उपासना ठाकुर आदि कार्यकर्ता मौजूद रहे।