राजस्व अधिकारी-कर्मचारी दे रहे हैं कोरोना योद्धाओं की तरह ही सेवाएं
हमीरपुर । कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर से निपटने के लिए डॉक्टरों, स्वास्थ्य कर्मचारियों, प्रशासनिक और पुलिस अधिकारियों के अलावा कई अन्य अधिकारी-कर्मचारी भी दिन-रात अपनी सेवाएं दे रहे हैं। कोरोना संक्रमित मरीजों और उनके परिजनों का हाल-चाल जानना, उन्हें आवश्यक सामान उपलब्ध करवाना, पंचायत जनप्रतिनिधियों, पंचायत सचिव और स्वास्थ्य विभाग के साथ समन्वय स्थापित करना, कंटेनमेंट जोन के नियमों की अनुपालना सुनिश्चित करना, किसी कोरोना मरीज की मौत हो जाने पर उसके अंतिम संस्कार तक की व्यवस्था करवाने तथा अन्य आवश्यक कार्यों में राजस्व विभाग के फील्ड अधिकारी-कर्मचारी बहुत बड़ा योगदान दे रहे हैं। लाइमलाइट में आए बगैर ये अधिकारी-कर्मचारी लगातार कोरोना योद्धाओं की तरह ही कार्य कर रहे हैं।
कोरोना की दूसरी लहर के चरम के दौरान संक्रमण के खतरे के बीच भी इन्होंने दिन-रात कार्य करते हुए उच्च कर्तव्यनिष्ठा एवं सेवाभाव का परिचय दिया है। कई संक्रमित मरीजों की मौत होने पर जब उनके अपने रिश्तेदारों और पड़ोसियों ने मुंह मोड़ लिया तो उस समय भी राजस्व विभाग के अधिकारियों-कर्मचारियों ने अंतिम संस्कार की प्रक्रिया को सम्मानपूर्वक संपन्न करवाने में योगदान दिया।
गलोड़ तहसील की नायब तहसीलदार राधिका अपने मात्र दो साल के बच्चे को घर छोडक़र लगातार फील्ड में डटी रहीं और स्वयं कमान संभालते हुए अपने अधीनस्थ कर्मचारियों को भी प्रेरित किया। इसी प्रकार ताल सर्कल के कानूनगो तिलक राज, चौरी के कानूनगो मिलाप चंद शर्मा, भोरंज के ऑफिस कानूनगो धर्म चंद, बड़सर के विनय कुमार, स्वाहल के पटवारी विशाल धीमान, बदारन के मनजीत सिंह, चुन्नी लाल हड़ेटा, सुरेश कुमार पनयाली, मुनीर हुसैन कांगू, सनम धीमान नौंघी, मदन लाल रंगस, दीक्षा डूहक, राकेश शर्मा मिट्ट, नीरज कुमार बड़ा, रशीद मोहम्मद धनेटा, राकेश कुमार जलाड़ी, रोहित मोदगिल खज्जियाणी एवं गारली, तेज कुमार अम्मण, ओंकार चंद तमरोह, अमित कुमार खड़ूही, पंकज कुमार धीरड़, विवेक ठाकुर झरलोग, सुनील कुमार तरक्वाड़ी और कंजयाण के पटवारी राजेश कुमार के अलावा अन्य पटवारियों ने भी अपने-अपने क्षेत्रों में बहुत ही सराहनीय सेवाएं प्रदान की हैं।
हिमाचल में आम तौर पर महिलाएं अंतिम संस्कार के समय श्मशानघाट में नहीं जाती हैं, लेकिन रैली सर्कल की पटवारी नेहा कौशल और धंगोटा सर्कल की नेहा शर्मा ने स्वयं मौके पर मौजूद रहकर कोरोना संक्रमित मृतकों के अंतिम संस्कार को संपन्न करवाया। उधर, उपायुक्त देबश्वेता बनिक ने बताया कि कोरोना को नियंत्रित करने तथा इससे संबंधित अन्य कार्यों को सुचारू रूप से अंजाम देने के लिए फील्ड के कानूनगो-पटवारियों को कई महत्वपूर्ण जिम्मेदारियां दी गई हैं। कोरोना संक्रमित लोगों और उनके परिजनों का हाल-चाल जानना, उनकी मदद करना, स्वास्थ्य और अन्य विभागों के साथ समन्वय स्थापित करना, बाजारों और सामाजिक समारोहों के आयोजन स्थलों का नियमित रूप से निरीक्षण, जागरुकता अभियान और कोरोना संक्रमित मरीज की मृत्यु होने पर उसके अंतिम संस्कार का प्रबंध करने जैसे कई कार्यों में राजस्व विभाग के अधिकारी और फील्ड कर्मचारी बहुत ही सराहनीय योगदान दे रहे हैं।