शिमला। हिमाचल प्रदेश में कोरोना के मामले बढ़ने के बाद सरकार ने सख्ती बढ़ानी शुरू कर दी है। इसी कड़ी में शुक्रवारप को भी फैसला लिया गया। ताजा फैसले में हिमाचल प्रदेश में स्कूल, कॉलेज, विश्वविद्यालय, तकनीकी संस्थान चार अप्रैल 2021 तक बंद रहेंगे। प्रदेश में कोरोना के मामले बढ़ने पर यह फैसला लिया गया है। स्कूलों और कॉलेजों में शिक्षक और अन्य स्टाफ आएगा। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने शुक्रवार को आपदा प्रबंधन के अधिकारियों के साथ हुई बैठक में यह फैसला लिया। 10 वीं और 12वीं के छात्र स्कूल आते रहेंगे।
फैसला लिया गया है कि जिन स्कूलों और कॉलेजों में परीक्षाएं चल रही हैं उनमें भी छात्र और स्टाफ आएगा। बोर्डिंग स्कूलों में होस्टल सुविधा जारी रहेगी। लेकिन होली को लेकर कोई कार्यक्रम आयोजित नहीं किए जाएंगे। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने जनता से अपील की कि कोरोना के प्रकोप को देखते हुए लोग घरों में ही अपने परिवार के साथ होली मनाएं। होली के सार्वजनिक कार्यक्रम भी नहीं होंगे। गौरतलब है कि प्रदेश में 23 मार्च से मेलों के आयोजनों पर रोक लग गई है। सांस्कृतिक-धार्मिक कार्यक्रमों और सार्वजनिक लंगरों पर भी रोक लगा दी गई है। निजी कार्यक्रमों में 200 से ज्यादा लोग शिरकत नहीं करेंगे या इंडोर कार्यक्रमों में क्षमता के 50 प्रतिशत लोग ही आ सकेंगे।
सामाजिक, धार्मिक एवं सांस्कृतिक कार्यक्रमों के आयोजन पर भी रहेगी रोक
प्रदेश में कोविड-19 के मामलों में तेजी से हुई वृद्धि को देखते हुए प्रदेश सरकार ने निर्णय लिया है कि राज्य के सभी विश्वविद्यालय, महाविद्यालय, तकनीकी संस्थान और स्कूल 4 अप्रैल, 2021 तक बन्द रहेंगे। केवल वे संस्थान खुले रहेंगे जिनमें परीक्षाएं चल रही हैं।
यह निर्णय मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर की अध्यक्षता में आज यहां आयोजित एक उच्चस्तरीय बैठक में लिया गया। मुख्यमंत्री ने कहा कि जिन स्कूलों के पास आवासीय सुविधाएं उपलब्ध हैं, उन्हें अपने छात्रावास बन्द करने की आवश्यकता नहीं है लेकिन आवासीय छात्रावासों में कोविड-19 का संक्रमण रोकने के लिए सभी मानक संचालन प्रक्रियाओं का पालन करना होगा। इन आदेशों की अनुपालना सुनिश्चित बनाने के लिए एक अनुपालना अधिकारी की नियुक्ति भी करनी होगी। उन्होंने कहा कि अध्यापकों सहित महाविद्यालय और स्कूल का स्टाफ नियमित रूप अपने संस्थानों में आना जारी रखेगा।
जय राम ठाकुर ने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा राज्य में कोई भी सामाजिक एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित नहीं किया जाएगा और बाहरी कार्यक्रमों में 200 और आंतरिक कार्यक्रमों में 50 प्रतिशत तक लोग शामिल हो सकेंगे। उन्होंने कहा कि नर्सिंग और चिकित्सा संस्थान नियमित रूप से कार्य करते रहेंगे। मन्दिरों के अन्दर लंगर और धार्मिक आयोजनों पर प्रतिबन्ध रहेगा और केवल दर्शन की ही अनुमति होगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश के सभी कार्यालयों में 3 अप्रैल, 2021 का अवकाश रहेगा और होली का कोई भी सामाजिक आयोजन नहीं होगा। उन्होंने लोगों से घर पर रहकर परिवार के सदस्यों के साथ होली मनाने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि सभी अग्रणी पंक्ति के कार्यकर्ताओं को कोविड की दूसरी खुराक लेने के लिए प्रेरित किया जाएगा। बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि कोविड के पाॅजिटिव मामलों और मृत्यु दर को ध्यान में रखते हुए उपायुक्त संबंधित जिलों में अधिक प्रतिबन्ध लगाने के लिए उचित कदम उठाएंगे।
मुख्य सचिव अनिल खाची, अतिरिक्त मुख्य सचिव आरडी धीमान और जेसी शर्मा, सचिव स्वास्थ्य अमिताभ अवस्थी, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन डायरेक्टर डाॅ. निपुण जिंदल और अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी इस अवसर पर उपस्थित थे।