गाय की सेवा करने से कई रोग दूर होते हैं : कृपालानन्द जी
घुमारवीं। उपमंडल के तहत पड़ने वाली गौ माता सेवा समिति पडयालग ने आज गौ अष्टमी के शुभ अवसर पर गौ कथा का आयोजन किया गया। इस अवसर पर गऊ पूजा सन्त श्री कृपालानन्द पूरी जी (हरिद्वार ) द्वारा की गईं। उन्होंने अपने मुखारविन्द से गौ कथा सुनाते हुए कहा कि गाय हमारे देश का वैभव है। गाय की सेवा करने से कई रोग दूर होते हैं। उन्होंने कहा कि सनातन धर्म मे 33 करोड़ देवी देवता बताए गए हैं और उन सब की पूजा करना सम्भव नही है तो गौ माता की सेवा करने से 33 करोड़ देवी देवता की सेवा के समान है । सन्त जी ने कहा कि गौ को ग्रास देने से भगवान प्रसन्न होते है और कल्याण करते है। गौ माता के गोबर का लेपन करने से अन धन की वृद्धि होती है गोबर को श्रेष्ठ माना गया है। सन्त ने कहा कि घर मे गाय, गंगाजल, गौरी, गीता होनी चाहिए और इन सब के होने है घर स्वर्ग बन जाता है और सब क्लेश दूर हो जाते हैं। गाय का कोई न कोई अंश यानी गाय का दूध,घी ,दही शरीर के अंदर जाने से शरीर स्वस्थ रहता है हर तरह के रोगों से छुटकारा मिलता है। भगवान कृष्ण ने भी गऊ माता की सेवा की है और उन्हें मदन गोपाल कहा गया। गौ माता की सेवा के साथ साथ मां बाप कि सेवा कीजिये तभी सब का कल्याण होगा। गऊ की महिमा को बड़े बड़े ऋषि मुनियों ने गाया है उसका अनुसरण हमें भी करना चाहिए । जैसे संस्कार होंगे वैसा ही संसार होगा इसलिए परिवार मे अच्छे संस्कार पैदा करोगे तो सारा संसार अच्छा बन जायेगा।गऊ कथा के उपरांत भण्डारे का आयोजन किया गया। इस अवसर पर गौ माता सेवा समिति पडयालग के प्रधान राम चंद बरूर, महा देव गोशाला नालागडok के प्रधान भोली, नेहा समाज सेवा समिति घुमारवीं के प्रधान पवन बरूर, पडयालग गो माता समिति के पदाधिकारी नरोत्तम दत शर्मा, रविंदर शर्मा, जगदीश शर्मा,चमन लाल , कृष्णा नन्द भारद्वाज, यसवंत, सीता राम , शेर सिंह सहित अन्य लोग उपस्थित रहे।