नई दिल्ली। किसान नए कृषि कानून के विरोध में आंदोलन कर रहे हैं। किसान नेताओं और सरकार के बीच कई दौर की बातचीत हो चुकी लेकिन कोई निष्कर्ष नहीं निकला। अब किसानों ने मंगलवार को भारत बंद का आह्वान किया है। किसान नेताओं ने इस दौरान लोगों को किसी भी प्रकार की दिक्कतें होने का दावा किया है। किसानों ने मंगलवार को सुबह 11 बजे से 3 बजे तक भारत बंद बुलाया है। हालांकि किसान संगठनों ने ऐलान किया है कि किसी भी राजनीतिक दल को अपने मंच पर जगह नहीं देंगे। यह किसानों का प्रदर्शन है, किसी राजनीतिक दल का नहीं। वहीं केंद्र सरकार ने इसके लिए एडवाइजरी जारी की है। उधर, हिमाचल में भारत बंद का कम असर रहने की संभावना है।
भारत बंद को कांग्रेस समेत कई विपक्षी दलों का भी समर्थन प्राप्त है। इसे लेकर केंद्र सरकार ने सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के लिए देशव्यापी परामर्श जारी किया है। इसमें सरकार ने कहा है कि बंद के दौरान सुरक्षा कड़ी की जाए और शांति सुनिश्चित की जाए। बंद को लेकर केंद्रीय गृह मंत्रालय ने देशव्यापी परामर्श में कहा है कि राज्य सरकारों और केंद्र शासित प्रदेश के प्रशासकों को सुनिश्चित करना चाहिए कि कोविड-19 दिशानिर्देशों का पालन किया जाए और सामाजिक दूरी बनाए रखी जाए। भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राजेश टिकैत ने कहा, हमारा विरोध शांतिपूर्ण है और हम इस तरह ही इसे जारी रखेंगे। कल का भारत बंद सुबह 11 बजे से दोपहर 3 बजे तक है। यह हमारा विरोध दर्ज करने का सांकेतिक विरोध है। यह दिखाना है कि हम भारत सरकार की कुछ नीतियों का समर्थन नहीं करते हैं। वहीं, कांग्रेस ने कहा है कि भारत बंद के दौरान लोगों को होने वाली किसी भी समस्या के लिए केंद्र सरकार जिम्मेदार होगी।
हिमाचल में आज खुले रहेंगे बाजार, भारत बंद में हिस्सा नहीं लेगा प्रदेश व्यापार मंडल
प्रदेश में मंगलवार को सभी व्यापारिक संस्थान खुले रहेंगे। प्रदेश व्यापार मंडल भारत बंद में शामिल नहीं होगा। व्यापार मंडल के पदाधिकारियों का कहना है कि व्यापार मंडल किसानों की मांगों का समर्थन करता है। व्यापार मंडल किसानों के साथ है, मगर मौजूदा समय में व्यापारी इन परिस्थितियों में नहीं है कि दुकानें बंद रखें। हिमाचल प्रदेश व्यापार मंडल के अध्यक्ष सुमेश शर्मा और राज्य सचिव हरमीत सिंह बिट्टू का कहना है कि व्यापार मंडल भारत बंद में शामिल नहीं होगा। मंगलवार के दिन व्यापारी अपनी दुकानें खुली रखेंगे। उन्होंने कहा कि किसान हमारे बड़े भाई हैं और हम उनके साथ हैं। जहां तक बंद को लेकर स्थिति है, लॉकडाउन के दौरान लगातार तीन महीने तक बाजार पहले ही बंद रहे हैं, ऐसे में इस समय बंद करना संभव नहीं है। उन्होंने कहा कि किसानों को पूरा समर्थन है, उनकी मांगों पर सरकार को विचार करना चाहिए और जो शंकाएं किसानों की हैं, उनको दूर किया जाना चाहिए।