अंतरराष्ट्रीय कुल्लू दशहरे का सादगीपूर्ण आगाज
कुल्लू। अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त सात दिवसीय कुल्लू दशहरा का आज कोविड-19 के संकट के बीच देवरथ यात्रा से

सादगीपूर्ण आगाज हुआ। शिक्षा व कला, भाषा एवं संस्कृति मंत्री गोविंद सिह ठाकुर ने श्री रघुनाथ जी सहित सभी देवी-देवताओं से आशीर्वाद प्राप्त किया। श्री रघुनाथ जी की रथयात्रा में कोरोना संकट के चलते सीमित लोगों को कोविड-19 टेस्ट के उपरांत शामिल किया गया, लेकिन इस भव्य यात्रा के दीदार के लिए लोगों का हुजूम दूर-दूर तक निजी भवनों के छतों पर एकटक घण्टों तक खड़ा दिखाई दिया। इस बार दशहरा उत्सव में कम संख्या में देवी-देवताओं का आगमन हो पाया है। इसके बावजूद लोगों की श्रद्धा अपने-अपने आराध्य देवी-देवताओं के प्रति देखते ही बनती है। श्री रघुनाथ जी के रथ को उनके अस्थाई शिविर ढालपुर मैदान तक ले जाया गया, जहां वह अगले सात दिनों तक प्रवास करेंगे। दशहरा में आए देवी-देवता भी लोगों को दर्शन व आशीर्वाद के लिए अगले सात दिनों तक ढालपुर मैदान में अपने-अपने शिविरों में उपलब्ध रहेंगे।गोविंद ठाकुर ने बताया कि श्रद्धालु सात दिनों तक देवी-देवताओं के दर्शन कर सकते हैं। इसके लिए उन्होंने लोगों से फेस कवर का इस्तेमा

ल करने तथा दो गज की सामाजिक दूरी बनाए रखने को आग्रह किया है। उन्होंने कहा कि इस संबंध में पहले ही आम जनमानस को दिशा-निर्देशों की अनुपालना को करने को लेकर जागरूक किया गया है। उन्होंने कहा कि इस बार कोविड-19 संकट के बीच अंतरराष्ट्रीय कुल्लू दशहरा उत्सव बेशक सूक्ष्म रूप से मनाया जा रहा है, लेकिन दशहरे की परम्पराओं का निर्वहन किया जा रहा है। उन्होंने घाटी के सभी देवी-देवताओं के कारदारों, पुजारियों व देवलुओं का आभार जताया जिन्होंने कोरोना महामारी के प्रकोप को समझते हुए दशहरा उत्सव में न आने पर सर्व सहमति बनाई। उन्होंने कहा कि समय ऐसा नहीं रहेगा और भविष्य में बड़े पैमाने पर और भव्यता के साथ दशहरा उत्सव का आयोजन करेंगे। गोविन्द ठाकुर की धर्मपत्नी रजनी ठाकुर, कुल्लू के विधायक सुंदर सिंह ठाकुर, बंजार के विधायक सुरेन्द्र शौरी, उपायुक्त डाॅ. ऋचा वर्मा, योजना बोर्ड के सदस्य युवराज बोद्ध जिला कारदार संघ के अध्यक्ष जय चंद सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति भी रथ मैदान में मौजूद रहे।