बिलासपुर, चंबा, हमीरपुरहिमाचल

बिलासपुर : जेपी नड्डा ने की एम्स तथा अन्य विकास कार्यो की समीक्षा बैठक

खबर को सुनें

बिलासपुर/विजयपुर। आज भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष तथा माननीय राज्य सभा सांसद जगत प्रकाश नड्डा के द्वारा एम्स व जिला बिलासपुर के विकासात्मक कार्यो योजनाओं की समीक्षा बैठक की। बैठक में खाद्य आपुर्ति मन्त्री राजेन्द्र गर्ग, विधाायक सदर सुभाष ठाकुर, विधायक झण्डुता जेआर कटवाल, विधायक भोंरज कमलेश कुमारी मुख्य मन्त्री के राजनैतिक सलाहकार त्रिलोक जम्वाल, आपदा प्रबन्धन उपाध्यक्ष रणधीर शर्मा जिला भाजपा अध्यक्ष स्वतन्त्र संख्यान, उपायुक्त बिलासपुर पंकज राय, पूलिस अधीक्ष्क एस आर राणा व निदेशक एम्स बीर सिंह नेगी, निदेशक भाषा एवं संस्कृति विभाग पंकज ललित उपस्थित रहे। उन्होने इस बैठक में उपायुक्त बिलासपुर पंकज राय, व निदेशक एम्स बीर सिंह नेगी से प्रगति रिपोर्ट प्राप्त कर विभिन्न मुददों पर चर्चा की गई।



बैठक में श्री नडडा द्वारा जानकारी देते हुए कहा कि बिलासपुर में 750 बैड का एम्स संस्थान लगभग 1471 करोड़ रुपये की लागत से निर्माणाधीन है, जिसका अधिकांश कार्य पूरा कर लिया गया है।


इसके भवनों के निर्माण कार्यों के साथ-साथ डॉक्टर और स्वास्थ्य कर्मचारियों की तैनाती पर भी विशेष ध्यान दिया जा रहा है, ताकि जनता को अतिशीघ्र स्वास्थ्य सेवाओं का पूर्ण लाभ मिल सके। इस प्रतिष्ठित संस्थान में प्रशासनिक और अकादमिक भवनों के अलावा हॉस्टल और अन्य आधुनिक सुविधाएं भी सुचारू रूप से आरंभ कर दी गई हैं। अस्पताल में अधिकतर चिकित्सा उपकरण उपलब्ध करवा दिए गए हैं। अन्य उपकरण एवं सुविधाएं मुहैया करवाने की प्रक्रिया भी प्रगति पर है। मेडिकल फैकल्टी, सीनियर रेजिडेंट्स और नर्सिंग स्टाफ आदि की चरणबद्ध तरीके से भर्ती प्रक्रिया जारी है। 5 दिसंबर 2021 से अभी तक स्वास्थ्य के विभिन्न क्षेत्रों, मेडिसिन, न्यूरोलॉजी, नेफ्रोलॉजी, एंडोक्रायनोलॉजी, सर्जरी आदि में ओपीडी सेवाएं दी जा रही हैं, जिससे लोगों को बेहतरीन डे-केयर सुविधा मिल रही है। इसके अलावा प्रदेश के दूरदराज जिलों लाहौल-स्पिति, किन्नौर और चंबा में भी सेवाएं प्रदान करने में एम्स सराहनीय योगदान दे रहा है। आई.आई.टी. मंडी के साथ समझौता ज्ञापन कर अनुसंधान गतिविधियों और अकादमिक आदान-प्रदान की दिशा में भी कार्य किया जा रहा है। क्षेत्रीय अस्पताल बिलासपुर के रोगियों को भी एम्स अपनी सेवाएं दे रहा है।



उन्होंने कहा कि एम्स और हाईड्रो इंजीनियरिंग कॉलेज को प्रतिदिन 21 लाख लीटर पेयजल उपलब्ध करवाने के आश्य से 66 करोड़ रूपये की कोलडैम उठाऊ पेयजल परियोजना स्वीकृत की गई है, जिसका 97 प्रतिशत कार्य पूरा कर लिया गया है।
उन्होंने कहा कि गोविंद सागर झील में समा चुके बिलासपुर के प्राचीन ऐतिहासिक मंदिरों को पुनर्स्थापित करने के लिए 1400 करोड़ की परियोजना बनाई गई है, जिसे तीन चरणों में कार्यान्वित करने का प्रस्ताव है। माननीय मुख्यमंत्री की बजट घोषणा के अनुसार इस परियोजना को अंतर्राष्ट्रीय एजेंसियों के सहयोग से पूरा किया जाएगा। परियोजना के पहले चरण में इन मंदिरों को नाले का नौण में पुनर्स्थापित करने का प्रस्ताव है।


इसी परियोजना के दूसरे चरण में सांडू के मैदान को पर्यटक स्थल के रूप में विकसित किया जाएगा। तीसरे चरण में मंडी भराड़ी के पास बैराज बनाकर मंदिरों के आस-पास एक जलाशय बनाया जाएगा। इसमें रिवर फ्रंट और वॉकवेज इत्यादि विकसित किए जाएंगे। इस महत्वाकांक्षी योजना के माध्यम से जहां बिलासपुर एक आदर्श पर्यटक स्थल के रूप में विकसित होगा, वहीं इससे बिलासपुर का पुराना इतिहास और संस्कृति भी पुनर्जीवित होगी, जिससे हर बिलासपुरवासीयों की भावनाएं जुड़ी हुई हैं।
उन्होंने कहा कि कीरतपुर-नेर चौक फोरलेन नेशनल हाईवे का कार्य तेजी से चलाया जा रहा है।


लगभग 47 किलोमीटर 750 मीटर लंबे इस मार्ग पर 22 बडे़ पुल, 15 छोटे पुल है जिनमें से कुल 21 पुलो का काम पूरा कर लिया गया है बाकि 16 पुलो का कार्य शीघ्र पूर्ण कर लिया जाएगा। और पांच डबल लेन टनल्स का निर्माण किया जा रहा है। फोरलेन का कार्य पूर्ण होने पर गरामोड़ा से मंडी की दूरी 40 किलोमीटर कम होगी तथा यात्रा का समय भी लगभग सवा घंटा कम हो जाएगा। बिलासपुर और कैंची मोड की दूरी वर्तमान के 48 कि0मी0 से 26 किलोमीटर हो जाएगी और यात्रा का समय भी 90 मीनट से 30 मीनट हो जाएगा।



इस मौके पर उन्होंने कहा कि 6753 करोड़ रूपये की लागत से बनने वाली भानुपल्ली रेलवे लाईन का कार्य प्रगति पर है जिसके तहत हिमाचल प्रदेश में 48.6 किलो मीटर लाईन बिछाई जाएगी। इस ट्रैक पर 20 टनल्स और 26 मुख्य पुल बनाए जाएंगे। परियोजना के तहत बिलासपुर तक बननेे वाली 9 सुरगों का कार्य आवार्ड कर दिया है और कार्य प्रगति पर है। इस परियोजना के तहत बैरी तक भूमि अधिग्रहण का कार्य पूरा हो चुका है और भूमी अधिग्रहण प्रक्रिया के तहत 52 कि0मी0 तक अधिग्रहण कार्य 31 जुलाई 2022 तक और 52 से 63 कि0मी0 के बीच की भूमी के अधिग्रहण का कार्य 31 दिसम्बर 2022 तक पुरा कर लिया जाएगा। इस महत्वाकांक्षी रेल परियोजना के माध्यम से जिला बिलासपुर रेल नेटवर्क से जुड़ेगा और यहां के औद्योगिक क्षेत्रों विशेषकर सीमेंट प्लांट्स को फायदा होगा। इससे पंजाब और हिमाचल प्रदेश के कम विकसित क्षेत्र विकास की मुख्यधारा से जुड़ जाएंगे। इसके अलावा पर्यटन क्षेत्र को बढ़ावा मिलने के साथ ही सड़क मार्ग पर वाहनों की भीड़ भी कम हो जाएगी। ऐतिहासिक एवं धार्मिक श्री नयना देवी मंदिर के लिए भी बेहतर कनैक्टिविटी सुनिश्चित होगी। यही नहीं, इससे लेह तक रेल कनैक्टिविटी का मार्ग प्रशस्त होगा।



उन्होंने कहा कि बिलासपुर में 50 बिस्तर क्षमता वाले मदर-चाईल्ड हैल्थ केयर सेंटर के निर्माण पर 10 करोड़ रूपये की राशि व्यय की जा रही है और इसका 85 प्रतिशत निर्माण कार्य पूरा कर लिया गया है और 30 जून तक अस्पताल का कार्य पूर्ण कर लिया जाएगा। इसके अतिरिक्त क्षेत्रीय अस्पताल बिलासपुर की मरम्मत पर लगभग ढाई करोड़ रूपये खर्च किए जा रहे हैं, जिसका कार्य प्रगति पर है।



उन्होंने कहा कि करीब 6 करोड़ रूपये की लागत से प्रसिद्ध धार्मिक एवं ऐतिहासिक श्री नयना देवी जी मंदिर में बाधा मुक्त व सुगम आवाज़ाही के लिए 24 व्यक्तियों की क्षमता वाली दो लिफट सुविधा के अतिरिक्त दो फुट ब्रिज का प्रावधान किया गया है। इस कार्य का भूमी पूजन जून 2022 में प्रस्तावित है। इसके अतिरिक्त श्री नयना देवी जी में 5 करोड़ 9 लाख रूपये के व्यय से चार ग्लास व्यू डैक मूलभूत सुविधाओं के साथ निर्मित किए जाएंगे जिससे विहंगम मनोरम दृश्य को निहारा जा सकेगा। इस परियोजना की टैंडर प्रक्रिया जारी है। इस कार्य का भूमी पूजन जून 2022 में प्रस्तावित है।



उन्होंने कहा कि क्षेत्रीय अस्पताल बिलासपुर के समीप 120 वाहनो को पार्क करने की क्षमता वाली बहुमंजिला पार्किंग बनाने के लिए 9 करोड़ 85 लाख रूपये व्यय होंगे। इस कार्य का भूमी पूजन जून 2022 में प्रस्तावित है तथा 31 करोड़ 51 लाख रूपये की लागत से बिलासपुर में बन रहे ऑडिटोरियम जिसमें लगभग 706 व्यक्तियों के बैठने की क्षमता है का निर्माण कार्य 31 जुलाई 2022 तक पूर्ण कर लिया जाएगा।



उन्होंने बताया कि 4 करोड़ 91 लाख रूपये के व्यय से इलैक्ट्रानिक वोटिंग मशीन को सुरक्षित रखने के लिए गोदाम का निर्माण कार्य प्रगति पर है और 30 जून 2022 से पहले पूर्ण कर लिया जाएगा। जिला बिलासपुर में एक करोड़ 28 लाख रूपये की लागत से स्टेट विजिलंेस एंड एंटी करप्शन भवन बनकर तैयार होने वाला है। इसके अतिरिक्त लुहणू मैदान में एक करोड़ 42 लाख रूपये की लागत से हैलीपैड बनाया जा रहा है। बिलासपुर केे क्षेत्रीय चिकित्सालय में नर्सिंग हॉस्टल का निमार्ण कार्य 10.30 करोड़ रू0 की लागत से किया जा रहा है जो सम्भवतः जून 2023 तक पूरा कर लिया जायेगा और 70 लाख रू0 की लागत से मॉर्डन कैंटीन का निमार्ण किया जायेगा जिसकी आधारशिला शीघ्र ही रखी जाएगी।



उन्होंने कहा कि घुमारवीं में लगभग 1.7 करोड़ रूपये की लागत से बाईपास रोड़ का निमार्ण किया जा रहा है तथा नागरिक चिकित्सालय घुमारवी में 9.38 करोड़ रूपये की लागत से 50 बैडिड भवन का निर्माण कार्य प्रगति पर है जिसका कार्य सितम्बर 2022 तक पूर्ण कर लिया जाएगा।


Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button