कांगड़ा, किन्नौर, कुल्लूनौकरी/युवाहिमाचल

कुल्लू-मनाली की सैर करनी है तो ऐसे पहुंचें

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शिमला। कोरोनाकाल। यानी बंदिशों का दौर। जो लोग मार्च से अब तक घरों में बंद रहे हैं, अब अनलॉक की गाइडलाइन जारी होने के बाद कहीं बाहर घूमने की सोचने लगे हैं। अगर आप भी ऐसा सोच रहे हैं तो हिमाचल ने पर्यटकों के लिए काफी छूट के साथ अपनी सीमाओं और वादियों को स्वागत के लिए खोल दिया है। हिमाचल आने वाले पर्यटकों की खास पसंद रहता है कुल्लू-मनाली। मनाली मनुआलय से बना है। मनुयालय का अर्थ मनुऋषि का घर है। मान्यता है कि यहीं से महाऋषि मनु ने सुष्टि की रचना शुरू की।

मनाली ऐसे पहुंचें

आप हवाई जहाज के जरिये दिल्ली से या चण्डीगढ़ से मनाली का सफर कर सकते हैं। दिल्ली से हवाई जहाज से 2 घंटा व चण्डीगढ़ से 45 मिनट में भुंतर हवाई अड्डा, कुल्लू पहुंच सकते हैं। यहाँ से मनाली 50 किलोमीटर दूर है। इसके अलावा सबसे निकट रेलवे स्टेशन कालका, चण्डीगढ़ व पठानकोट है। मनाली आने वाले पर्यटक दिल्ली व चण्डीगढ़ को अपना स्टेशन चुन सकते हैं। यहां से हर प्रकार की साधारण व डीलक्स बस सेवाएं मौजूद हैं, या फिर अपने निजी वाहन द्वारा भी राष्ट्रीय उच्च मार्ग 21 से होते हुए मनाली पहुंच सकते हैं। प्राकृतिक दृश्य का आनन्द लेना है तो दिन में ही यात्रा करें ।

मनाली के प्रसिद्ध पर्यटन स्थल

हिडिम्बा मन्दिरः मनाली के मुख्य बाजार से डेढ़ किलो मीटर की दूरी स्थित हिडिम्बा देवी मन्दिर भी यहाँ पर्यटकों को खूब लुभाता है। महाभारत के सन्दर्भ के अनुसार, हिडिम्बा पांडवो के भाई भीम की पत्नी थी, हिडिम्बा देवी इस पूरे इलाके की आराध्य देवी हैं। इस मंदिर में कई फिल्मों की शुटिंग भी हो चुकी है। इसके अलावा घटोत्कच का मंदिर, सियाली महादेव का मंदिर, श्री महामाया दुर्गा मन्दिर भी हैं।

मनु मंदिरः मनाली के मुख्य बाजार से 2 किलो मीटर की दूरी पर मनु मन्दिर पुराना गांव में स्थित है। ऐसा कहा जाता है कि सृष्टि की रचना इसी जगह से शुरू हुई।

 वशिष्ठ गरम जल स्त्रोतः यह जगह मनाली के मुख्य मनाली से 4 किलो मीटर दूर है। यहाँ वशिष्ठ ऋषि जी का चार वर्ष प्रचीन मन्दिर है। एक कथानुसार जब लक्ष्मण ने देखा कि गुरु वशिष्ठ को स्नान करने के लिए काफी दूर जाना पड़ता था तो उन्होंने धरती पर इतने जोर से तीर मारा कि यहां से गरम जल की धारा बह निकली। सोलंग वैली मनाली से 12 किलोमीटर की दूरी पर रोहतांग रोड़ पर स्थित है। यह जगह सदियों में शीतकालीन स्कीइंग प्रेमियों के लिए विश्वभर में प्रसिद्ध है। रोहतांग पास मनाली से 51 किलोमीटर पर है। इस रूट पर ज्यादातर सड़क घुमावदार है। रास्ते की दर्शनीय जगहों को देखते हुए रोहतांग पास को निकलने वाले रास्ते में कहीं से भी आप बर्फ में पहनने वाले बूट व कपड़े किराये पर ले सकते हैं।

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