कुल्लू के डीसी ने कोरोना को रोकने के लिए बनाया मास्टर प्लान

कुल्लू।उपायुक्त डाॅ. ऋचा वर्मा ने कहा कि यदि सभी लोग सहयोग करें तो जिला को कोरोनामुक्त बनाया जा सकता है। इसके लिए सरकार और प्रशासन के सभी दिशा-निर्देशों का प्रत्येक व्यक्ति को इमानदारी के साथ पालन करना होगा। साथ ही कोविड-19 के संकट से निपटने के लिए बनाई गई समितियों व उड़न दस्तों को सौंपी गई जिम्मेवारी के निर्वहन के लिए अतिरिक्त प्रयास करने होंगे और जहां आवश्यकता हो, वहां सख्ती भी करनी होगी। वह शुक्रवार को जिला के समस्त एसडीएम, बीडीओ और बीएमओ के साथ वीडियो कान्फ्रेंसिंग से कोरोना को रोकने के लिए किये जा रहे प्रयासोें पर चर्चा कर रही थी।डाॅ. ऋचा वर्मा ने कहा कि मुख्यमंत्री ने डीसी व एसपी के साथ हाल ही में हुए सम्मेलन के दौरान अनेक ऐसे दिशा-निर्देश दिए हैं जिन्हें धरातल पर क्रियान्वित करने के लिए सभी अधिकारियों को फील्ड में जाना होगा और एकजुट प्रयास करने होंगे। उन्होंने कहा कि आगामी 15 दिसम्बर तक कोरोना संक्रमण का खतरा सबसे अधिक रहेगा और इस स्थिति से निपटने के लिए सभी प्राईमरी कन्टेक्ट की सैंपलिंग सुनिश्चित बनाने के साथ-साथ आईसोलेशन व क्वारंटीन के नियमों की लगातार निगरानी करनी होगी। इसके अलावा, जिला में कोविड टेस्ट को हर रोज 600 तक बढ़ाना होगा।
सार्वजनिक समारोहों पर रहेगी कड़ी निगरानी
उपायुक्त ने कहा कि विवाह-शादी, मुंडन, जन्मदिन, मेला अथवा त्यौहार व अन्य सार्वजनिक समारोहों में केवल 50 लोगों की अनुमति है। ऐसे समारोहों की सूचना संबंधित एसडीएम अथवा तहसीलदार को पांच से 10 दिन पहले देना जरूरी है ताकि किसी प्रकार की उल्लंघना को रोका जा सके। उन्होंने कहा कि शादी में पूरे दिन केवल 50 ही लोग भाग ले सकते हैं। डाॅ. ऋचा वर्मा ने सभी खण्ड चिकित्सा अधिकारियों को संबंधित खण्डों में सैंपलिंग को पहले से तीन गुणा करने को कहा। आईसोलेशन टीमों को प्रत्येक आईसोलेशन क्षेत्र तक पहुंचने को कहा है। उन्होंने कहा कि होम आईसोलेशन कर रहे व्यक्ति तथा क्वारंटीन पर पारिवारिक सदस्यों से सभी प्रकार के नियमों की अनुपालना सुनिश्चित करवाई जानी चाहिए। उपायुक्त ने लोगों से अपील की कि सार्वजनिक स्थलों पर कोरोना का खतरा कई गुणा बढ़ जाता है जहां लोग एक साथ बैठे होते हैं अथवा जलपान कर रहे हों। इस प्रकार की भीड़-भाड़ से हर व्यक्ति को दूर रहना है। मास्क से मुंह व नाक दोनों अच्छे से ढके होने चाहिए। उन्होंने कहा कि सार्वजनिक स्थलों पर अथवा घर से बाहर मास्क का प्रयोग न करने पर एक हजार रुपये तक का जुर्माना हो सकता है। सभी लोग सहयोग करें तो जिला को कोरोना मुक्त किया जा सकता है।