मुख्यमंत्री ने मंडी को दी 197 करोड़ की सौगात, इन परियोजनाओं से होगा विकास

शिमला।मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने आज शिमला से वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से मण्डी जिला के सराज विधानसभा क्षेत्र में 197 करोड़ रुपये की विकासात्मक परियोजनाओं के लोकार्पण किए और आधारशिला रखीं।मुख्यमंत्री ने थुनाग क्षेत्र में हिमाचल प्रदेश राज्य विद्युत बोर्ड लिमिटेड के 95 लाख रुपये की लागत से टाईप-टू क्वार्टर्ज के दो मंजिला भवन, 1.12 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित होने वाली 33/22 केवी विद्युत सब स्टेशन के संवर्द्धन की आधारशिला, 3.18 करोड़ रुपये की लागत वाले सिल्क सीड उत्पादन केन्द्र भवन, 5.50 करोड़ रुपये की लागत से थुनाग और आसपास के क्षेत्रों के लिए मलनिकासी योजना, 2.51 करोड़ रुपये, 3.85 करोड़ और 4.24 करोड़ रुपये की लागत से राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशालाओं क्रमशः भराड़ी, शिकावाड़ी और बगश्याड़ के स्कूल भवन और राजकीय महाविद्यालय लम्बाथाच में 8.35 करोड़ रुपये की लागत वाली विज्ञान प्रयोगशाला एवं बहुद्देशीय भवन की आधारशिला रखी। उन्होंने 2.11 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित होने वाले सामुदायिक केन्द्र भवन, प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत 6.33 करोड़ रुपये की लागत से थुनाग-लम्बासफर सड़क, नाबार्ड के तहत 6.58 करोड़ रूपये की लागत से राईल चिन्डी करशवाली सड़क, 2.16 करोड़ रूपये की लागत से विश्राम गृह बगस्याड़ के अतिरिक्त भवन, 10.62 करोड़ रूपये की लागत से बगस्याड़-रईधार-कथीयाली-धनवार-शिकारी माता सड़क के कार्य की भी आधारशिला रखी।जय राम ठाकुर ने जंजैहली क्षेत्र के लिए 58 करोड़ रूपये की लागत से निर्मित होने वाली 11 विकासात्मक परियोजनाओं की आधारशिला रखी, जिनमें ग्राम पंचायत धीम कटारू में क्योलिनाल पर 1.41 करोड़ रूपये से निर्मित होने वाले 19.75 मीटर लम्बे सिंगल लेन पुल, प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत 22.63 करोड़ रुपये की लागत से जंजैहली मगरूगड़ा बिल्लागाड़ छतरी सड़क के सुधार और स्तरोन्यन, प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत 13.78 करोड़ रुपये की लागत से जंजैहली रायगढ़ शिकारी माता सड़क के सुधार व स्तरोन्नयन, जंजैहली और आस-पास के क्षेत्रों में 6.80 करोड़ रूपये की लागत से मलनिकासी योजना, 1.16 करोड़ रूपये की लागत से राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला शंकर देहरा के भवन, 10.22 करोड़ रूपये की लागत से जंजैहली में संयुक्त कार्यालय भवन के निर्माण कार्य, ढीम कटारू में 50 लाख रूपये की लागत से राजकीय रेशम केन्द्र भवन, हिमाचल प्रदेश उद्यान विकास परियोजना के तहत जंजैहली (भेखली) क्लस्टर के लिए 43 लाख रूपये की बहाव सिंचाई योजना, हिमाचल प्रदेश उद्यान विकास परियोजना के तहत रियाडा-2 क्लस्टर के लिए 26.35 लाख रूपये की बहाव सिंचाई योजना और वन विश्राम गृह बैला मे 50 लाख रूपये की लागत से अतिरिक्त भवन निर्माण कार्य शामिल हैं।मुख्यमंत्री ने छतरी में 46 करोड़ रूपये की लागत से नौ विकासात्मक परियोजनाओं की आधारशिला रखी जिनमें क्रमशः 3.17 करोड़ रूपये व 3.46 करोड़ रूपये की लागत से राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला ब्रयोगी व मेहड़ीधार के भवन निर्माण, 4.15 करोड़ रूपये की लागत से उप तहसील कार्यालय भवन, 14.59 करोड़ रूपये की लागत से आई.टी.आई भवन, 3.17 करोड़ रूपये की लागत से कोहलुगड़ रूतातन सड़क पर सुकेती खड्ड पर बनने वाले पुल, 37 लाख रुपये की लागत से लोक निर्माण विभाग के कनिष्ठ अभियन्ता आवासीय भवन, प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत 7.94 करोड़ रूपये की लागत से छतरी गाडागुसैन तपनाली सड़क के सुधार और स्तरोन्यन कार्य, 1.45 करोड़ रूपये की लागत से छतरी खड्ड से कांडी चैग और बसागखड्ड से कथोल बहाव सिंचाई योजना और 6.89 करोड़ रूपये की लागत से छतरी में 33/22 केबी क्षमता का सब-स्टेशन शामिल हैं।जय राम ठाकुर ने केलोधार के लिए 28 करोड़ रूपये की लागत से 14 विकासात्मक परियोजनाओं के लोकार्पण व आधारशिला रखी जिनमें 60 लाख रूपये की लागत से देवधार में प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र, 10 लाख रूपये की लागत से खारसी में पंचाचत भवन, मनरेगा के तहत 1.10 करोड़ की लागत से पार्क, 17 लाख रूपये की लागत से राजकीय प्राथमिक पाठशाला बगस्याड़ के नजदीक शालिका, 10 लाख रूपये की लागत से कोटला खनौला में पंचायत भवन के लोकार्पण शामिल हैं। उन्होंने क्रमशः 1.13 करोड़ रूपये, 1.02 करोड़ रूपये और 3.36 करोड़ रूपये की लागत से राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला देवधार, खारसी और परवारा के भवनों की आधारशिला रखीं। उन्होंने क्रमशः 2.46 करोड़ रूपये और 2.84 करोड़ रूपये की लागत से राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला बारा और सरोआ के विज्ञान प्रयोगशाला भवनो की आधारशिला भी रखीं। उन्होंने प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत 55 लाख रूपये की लागत से कनिष्ठ अभियन्ता कार्यालय और 1.10 करोड़ रूपये की लागत से केलोधार पटीकरी डैम सड़क के सुधार व स्तरोन्यन कार्य, 1.30 करोड़ रूपये की लागत से वन विश्राम गृह रैनगलू और 1.04 करोड़ रूपये की लागत से केलोधार वन विश्राम गृह की आधारशिला भी रखीं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्तमान राज्य सरकार राज्य में संतुलित व समग्र विकास विशेषकर दुर्गम एवं दूरदराज क्षेत्रों के विकास के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि पूर्व सरकार के कार्यकाल में सराज विधानसभा क्षेत्र उपेक्षित रहा है। उन्होंने कहा कि पूर्व सरकार ने केवल बड़े-बड़े वादे किए परंतु धरातल में कुछ नहीं है।