शिमला, मंडी, लाहौल-स्पीतिहिमाचल

स्वतंत्रता सेनानी भाई हिरदा राम की जयंती मंडी में मनाई गई

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मंडी। मंडी के इंदिरा मार्केट के छत पर स्वतंत्रता सेनानी भाई हिरदाराम की जयंती पर एक कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम में स्कूली छात्राओं ने मातृ वंदना के साथ स्वतंत्रता सेनानी भाई हिरदाराम को याद व नमन किया। भाई हिरदा राम के स्वजनों सहित उपस्थित तमाम व्यक्तियों ने उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि दी।




प्रसिद्ध साहित्यकार के.के .नूतन ने बताया कि भाई हिरदाराम का जन्म 28 नवंबर, 1885 को मंडी रियासत की राजधानी मंडी नगर में हुआ था। भाई हिरदा राम को याद करते हुए कहा कि वह एक सच्चे देशभक्त थे। उन्होंने देश के स्वतंत्रता संग्राम में अपनी अहम भूमिका निभाई है। उनके बलिदान को भुलाया नहीं जा सकता है। हिमाचल राज्य की शिक्षा में छठी कक्षा के पाठयक्रम में उनकी जीवनी को शामिल किया गया है तथा अब तक करीब 24 लाख विद्यार्थी उनकी जीवनी का अध्ययन कर चुके हैं। उन्होंने कहा कि भाई हिरदा राम के पुत्र को ऐसा दस्तावेज मिला है, जिसमें शहीद भगत सिंह ने भाई हिरदा राम को अपना प्रेरणा स्त्रोत होने का जिक्र किया है।




विश्व हिंदू परिषद प्रांत सह गौ सेवा प्रमुख हरमीत सिंह बिट्टू ने स्वतंत्रता सेनानी हिरदा राम की जीवनी को प्रकाशित कराने के लिए प्रसिद्ध साहित्यकार के.के. नूतन की सराहना करते हुए कहा कि जो बारूद की लड़ाई हिरदा राम ने लड़ी है, वह कभी सामने ना आती, अगर साहित्यकार नूतन ने कलम से उनकी जीवनी का लेखन न किया होता। उन्होंने कहा की मंडी जिले में सरदार पटेल यूनिवर्सिटी खोली गई है। इस यूनिवर्सिटी में शोध के रूप में भाई हिरदाराम की जीवनी को शामिल किया जाए और यहां के बच्चों को पीएचडी डिग्री हासिल करने में कहीं और न जाना पड़े।




इस अवसर पर जिला भाषा अधिकारी प्रोमिला गुलेरिया, लेखक गंगाराम, केके नूतन, उमेश शर्मा, शमशेर सिंह, विश्व हिंदू परिषद प्रांत सह गौ सेवा प्रमुख हरमीत सिंह बिट्टू सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे




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